मोटापा: कारण, लक्षण, बीमारियां, उचित वजन, उपचार


मोटापा (Obesity) वो स्थिति होती है, जब अत्यधिक शारीरिक वसा शरीर पर इस सीमा तक एकत्रित हो जाती है कि वो स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डालने लगती है। यह आयु संभावना को भी घटा सकता है। शरीर भार सूचकांक (बी.एम.आई), मानव भार और लंबाई का अनुपात होता है, जब २५ कि.ग्रा./मी. और ३० कि.ग्रा/मी के बीच हो, तब मोटापा-पूर्व स्थिति; और मोटापा जब ये ३० कि.ग्रा/मी. से अधिक हो।

भारत में मोटापा 


भारत में मोटापा २१ वीं शताब्दी में महामारी अनुपात तक पहुंच गया है, जो की देश की ५% आबादी को प्रभावित करता है। वैश्विक खाद्य बाजारों में भारत के निरंतर एकीकरण के बाद अस्वास्थ्यकर, संसाधित भोजन अधिक सुलभ हो गया है। इसके करण प्रति व्यक्ति औसत कैलोरी सेवन बढ़ रहा है। मोटापे हृदय रोग के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है, भारतीय हृदय संघ जैसे एनजीओ इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, २५ किलोग्राम / एम २ से अधिक बीएमआई को अधिकवजन माना जाता है।

मोटापा होने का कारण

मोटापा के बहुत से कारण होते हैं। यह सभी कारणों से अधिकतर लोग आजकल आजकल देखने को मिल रहे हैं-

1. अभ्यास

व्यायाम ना करना एक बहुत बड़ा कारण है। इसलिए हमें व्यायाम हमेशा करना चाहिए।

2. भोजन

हमें ज़्यादा खाना नहीं खाना चाहिए। जो लोग अधिक भोजन करते हैं उन लोगों में मोटापे की संभावना अधिक होती है। जो लोग ज्यादा खाना खाते हैं उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे मोटे न हों। आहार में भरपूर वसा या तला मांस खाने से शरीर में वसा का जमाव दिखता है। जंक फूड भी गड़बड़ी का एक कारण है।

 3. स्ट्रेस

ज्यादा तनाव या तनाव लेने की वजह से लोगों में मोटापा बढ़ रहा है। स्ट्रेस को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। 

मोटापे से होने वाली बीमारियां

मोटापे के कारण आपको कई तरह की गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ सकता है, जैसे:

  • टाइप 2 डायबिटीज
  • हृदय रोग 
  • स्तन कैंसर
  • बड़ी आंत का कैंसर
  • आघात(स्ट्रोक)
  • ऑस्ट्रियोआर्थराइटिस
  • पित्ताशय की बीमारी
  • उच्च रक्तचाप
  • लिवर में मोटापा
  • नर्व डिसऑर्डर 

इसके अलावा, मोटापे के कारण आपका जीवन प्रभावित हो सकता है और अवसाद भी हो सकता है।

उचित वजन

एक युवा व्यक्ति के शरीर का अपेक्षित वजन उसकी लंबाई के अनुसार होना चाहिए, जिससे कि उसका शारीरिक गठन अनुकूल लगे। शरीर के वजन को मापने के लिए सबसे साधारण उपाय है बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) और यह शरीर के व्यक्ति की लंबाई को दुगुना कर उसमें वजन किलोग्राम से भाग देकर निकाला जाता है।

वजन कम करने के लिए लिये उपभोग की जाने वाले खाद्य पदार्थों में यह ध्यान रखना चाहिए कि उनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक हो और चर्बी तथा कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम हो।


मोटापा कैसे घटाएं?

अगर आप अपनी पेट की चर्बी से परेशान है और पेट कम करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

1.शक्कर नहीं- सबसे पहले आपको वजन कम करने के लिए मीठी चीजें छोड़नी होंगी. मोटापा कम करने के लिए आपको मिठाई और चॉकलेट से दूर रहना होगा. मीठा खाने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और वजन बढ़ने लगता है. 


2.प्रोटीन ज्यादा- आपको मोटापा घटाने के लिए पूरे दिन प्रोटीन अच्छी मात्रा में लेना जरूरी है. आप खाने में पनीर, दही, दालें और राजमा ज्यादा खाएं. प्रोटीन से भूख कम लगती है जिससे आप ज्यादा खाने से बचते हैं. 

3.ग्रीन टी पिएं- अगर आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा है तो आपका वजन नहीं बढ़ेगा. इसके लिए आप 2-3 बार ग्रीन टी जरूर पिएं. ग्रीन टी से आपका फैट तेजी से बर्न होगा. 

4.रोज एक्सरसाइज- वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है. अगर आप एक्टिव है तो मोटापा नहीं बढ़ेगा. इसलिए रोज वॉक और जॉगिंग करें. घर में सीढ़ियां चढ़ने की आदत बनाएं. ज्यादा लंबे समय तक बैठकर काम न करें. इससे आपका फैट बर्न होने में मदद मिलेगी.  

5.गर्म पानी- शरीर से गंदगी को बाहर निकालने के लिए खूब पानी पिएं. अगर वजन कम करना है तो आपको रोज गर्म पानी पीना चाहिए. इससे आपकी बॉडी डिटॉक्स होगी और मेटाबॉलिज्म भी तेज होगा. आपको पतला बनाने में गर्म पानी मदद करता है. 

6.चावल मैदा कम खाएं-आटे या कुछ अन्य अनाज जैसे ब्राउन राइस की तुलना में चावल और मैदा में ज्यादा कैलोरी होती है और यह मोटापा बढ़ाते हैं. इसी तरह साधारण व्हाइट ब्रेड की जगह ब्राउनब्रेड, आटा ब्रेड,  ओट्स ,आदि कई मोटे अनाज अधिक उपयुक्त हैं।

7.सुबह-सवेरे नींबू पानी पिएं-यह मोटापा घटाने का अच्छा उपाय है. गुनगुने पानी में नींबू निचोड़कर उसमें एक चम्मच शहद मिला सकते हैं ,मेटाबॉलिज्म सुधारने के लिए इसे रोज़ पीजिए और आपको कुछ समय में फ़र्क दिखने लगेगा. मेटाबोलिज्म तेज होगा तो  फैट बर्न  करना आसान होता है.

8. सलाद एवं फलों की मात्रा बढ़ाएं-दिन में दो बार मुख्य भोजन से पहले सलाद और फल खाइए. भोजन के आधे घंटे पहले एक फुल प्लेट सलाद खा लेने से आप अतिरिक्त आहार लेने से बच जाते हैं और इससे शरीर को ज़रूरी विटामिन और मिनरल भी खूब मिलते हैं।

मोटापा कम करने के लिए आप की जीवन शैली

मोटापा से छुटकारा पाने के लिए आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-

  • सुबह उठकर सैर पर जाएँ, और व्यायाम करें।
  • सोने से दो घण्टे पहले भोजन कर लेना चाहिए।
  • रात का खाना हल्का व आराम से पचने वाला होना चाहिए।
  • संतुलित और कम वसा वाला आहार लें।
  • वजन घटाने के लिए आहार योजना में पोषक तत्वों को शामिल करें।
  • एक साथ ज्यादा खाने की जगह थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ सुपाच्य एवं हल्का खा लेना चाहिए।
  • आपके भोजन में हरी सब्जियाँ, फल, दही, छाछ, छिलके वाली दालें और नट्स होने चाहिए।
  • फलों के रस व गुनगुने जल का सेवन करते हुए सप्ताह में एक बार उपवास रखना चाहिए
  • वजन कम करने के लिए भोजन कभी न छोड़ें। इसकी बजाय संतुलित आहार का सेवन करें और व्यायाम करें। संतुलित आहार के सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता एवं व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
  • खाना कभी ना छोड़ें। दिन भर में तीन बार भोजन अवश्य करें। अगर आप तीनों समय के भोजन में से किसी एक बार का भोजन छोड़ते हैं तो इसका नतीजा यह होता कि आप अगली बार के भोजन में अधिक आहार का सेवन करते हैं और इसकी वजह से वजन बढ़ता है।
  • नाश्ता जरूर करें। दिन भर की शारीरिक क्रियाएँ करने के लिए शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो कि बिना नाश्ते के सम्भव नहीं है।
  • प्रतिदिन सुबह 4-5 किलोमीटर तेजी से पैदल चलें उसके 10 मिनट बाद कुर्सी पर बैठकर पेट भर गुनगुना जल घूंट-घूंट पियें। वजन घटाने के घरलू नुस्खों (Motapa kam karne ke liye gharelu upchar) में यह तरीका सर्वाधित कारगर है।
  • योगासन जैसे- त्रिकोण आसन, भुजंगासन, सूर्य नमस्कार, ध्यान, प्राणायाम जैसे- भस्त्रिका, कपालभाती को प्रतिदिन करना चाहिए। पंचकर्म में चिकित्सक की देखरेख में लेखन वस्ति (एक तरह की एनिमा) का प्रयोग करना चाहिए तथा उदवर्तन कर्म  (कुछ आयुर्वेदिक औषधियों के चूर्ण से सूखा मसाज) करवाना चाहिए।

मोटापे की किस स्थिति में डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए?

अगर आपके शरीर का वजन बढ़ा हुआ है, और इससे आपको छोटी-छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो यह आम बात है। अगर मोटापे के कारण आपकी एड़ियों या जोड़ों में दर्द होने लगे, या आप सामान्य दिनचर्या अच्छे से नहीं कर पा रहे हों तो डॉक्टर से मिलकर इस समस्या का समाधान पा सकते हैं।

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